ek-chuhe-or-ek-sher-ki-kahani : एक शेर और एक चूहे की कहानी

एक जंगल में एक लायन रहता था लायन बहुत खुखार था, लायन राजा था, और छोटे जानवरों को बिल्कुल नहीं करता था, और सब को अपने से छोटा समझता था,
 एक बार जब वह सो रहा था तो एक छोटा सा मां उसके कानों के पास खेल रहा था, वह सोते हुए वह सोते हुए शेर को अपनी शरारती से जगा दिया, तब लायन उठा और छोटे से चूहे को देखकर बहुत गुस्सा हो गया, उसने कहा तुमने मेरे कानों में गुदगुदी के जिसके कारण मैं नींद से जाग गया अब मैं तुम्हें नहीं छोडूंगा तुम छोटू माउस होकर मुझसे शेर से पंगा लेते हो,

 लायन ने चूहे से कहा तुमने मुझे परेशान कर दिया अब मैं तुम्हें खा जाऊंगा अब मैं तुम्हें नहीं छोडूंगा मैं तुम्हें खा कर ही रहूंगा,

 चूहा बुरी तरह से डर गया और थरथर कांपने लगा बोला नहीं हो झूठ नहीं हुजूर मुझे छोड़ दीजिए मैं आपकी मदद कर दूंगा कभी ना कभी, मुझे माफ कर दीजिए मैं कभी ना कभी आपके काम आ जाऊंगा मुझे आज मेरी गलती के लिए क्षमा कर दीजिए,

 लायन बोला तुम भला मेरे किस काम के मैं तुमसे क्यों मदद हूं तुम अपना आकार देखो और मेरा आकर देखो क्या मैं तुम्हारी मदद के काबिल हूं तुम भला तुच्छ जीव मेरी क्या मदद कर सकोगे,

 मुझे आज छोड़ दीजिए मुझे मैं मुझे क्षमा कर दीजिए मेरी भूल को, स्वीकार करके मुझे माफ कर दीजिए


 लायन बोला ठीक है आज मैं तुम्हें जाने देता हूं अगर तुमने अगली बार यही गलती दोहराई तो मैं तुम्हें पक्का खा जाऊंगा और बिल्कुल रहम नहीं करूंगा तुम पर,

 इसके कुछ महीने बाद जंगल में एक शिकारी आया उसने सब जगह अपना जाल बिछा दिया उस जाल में 1 दिन लायन फस गया लायन जंगल के बीचो बीच में एक जाल में फंसा पड़ा हुआ था उसे वह मदद के लिए पुकार रहा था लेकिन उसकी मदद करने वाला वहां कोई नहीं आया,

 तवा तू वही चूहा वहां से गुजर रहा था उसने शेर की आवाज सुनी तो तत्काल वहां पर पहुंचा और शेर को जाल में फंसा फंसा देखकर वह जा छठ के जाल को काटने लग गया, कुछ देर की मशक्कत के बाद उसने पूरे जाल को कुतर दिया और उसने जाल से लायन को रिहा करवा दिया,

 लायन अपनी सोच पर शर्मिंदा था उसे लगता था मैं इतना बड़ा हूं तो मुझे किसी की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन उस छोटे से जानवर ने उसे, सबक सिखाया कि कोई भी किसी के काम आ सकता है, उसके लिए आकार और साहस की जरूरत नहीं होती

 शिक्षा :-
 हमें कभी भी किसी जीव को छोटा या उसके आकार से नापना नहीं चाहिए, कभी कभी छोटे जिव भी हमारी बड़ी मदद कर सकते हैं 

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